दबंगई और प्रशासनिक उदासीनता से जूझ रही दलित महिला न्याय की गुहार में भटक रही अंजलि

दबंगई और प्रशासनिक उदासीनता से जूझ रही दलित महिला न्याय की गुहार में भटक रही अंजलि


महराजगंज, पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र

जनपद महराजगंज के ग्राम मठिया इंदु टोला विश्वाउवा में रहने वाली दलित महिला अंजलि पत्नी वीरेंद्र चमार न्याय की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रही हैं। अंजलि ने गांव के ही दबंग व्यक्तियों  घनश्याम पुत्र अज्ञात, रिंकी पत्नी सहेंद्र, गीता पत्नी महेंद्र और रीटा पुत्री शिवशंकर  पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

पीड़िता का कहना है कि जमीन के हिस्सेदारी विवाद को लेकर उक्त लोगों ने न केवल उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की, बल्कि वर्तमान ग्राम प्रधान की मिलीभगत से उसे धमकियाँ भी दी जा रही हैं। अंजलि ने आरोप लगाया कि जब उसने जमीन से संबंधित कागजात और बंटवारे की मांग की, तो दबंगों ने हमला कर दिया और अब लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

सबसे हैरानी की बात यह है कि न्याय की आस में जब अंजलि पुलिस अधीक्षक महराजगंज के पास पहुँचीं और प्रार्थना पत्र देना चाहा, तो अधिकारियों ने उनका आवेदन लेने से ही इनकार कर दिया। इस रवैये से पीड़िता गहरे सदमे और निराशा में है।

अब अंजलि ने जिलाधिकारी और उच्चाधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। यह मामला न केवल दबंगई का उदाहरण है, बल्कि कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक संवेदनशीलता पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है कि आखिर एक दलित महिला की आवाज क्यों दबाई जा रही है।

जन समस्या न्यूज के लिए 
अविनाश सिंह की खास रिपोर्ट 

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